*जब जल गंदा हो जाता है*
*तो उसे हिलाते नहीं*
*शांत छोड़ देते हैं ,धीरज*
*रखते है.......,*
*पा सकता है..*
*स्पीड ब्रेकर कितना भी बड़ा हो,*
*गति धीमी करने से* *झटका नहीं लगता ।*
*उसी तरह*
*मुसीबत कितनी भी बड़ी हो*
*शांति से विचार करने पर*
*जीवन में झटके नही लगते*
*इसलिए हमेशा अपनों के साथ*
*नज़दीकियां बनाए रखिए और*
*अपनो को प्यार बांटते रहे........*
हो सके तो मुस्कुराहट बांटिये
रिश्तों में कुछ सरसराहट बांटिये !
सब यूँ ही भाग रहे हैं परछाइयों के पीछे
अब सुकून की कोई इबादत बांटिये !
*बहुत सौदे होते हैं संसार में मगर*
*सुख बेचने वाले और*
*दुख खरीदने वाले नहीं मिलतें*
*तो उसे हिलाते नहीं*
*शांत छोड़ देते हैं ,धीरज*
*रखते है.......,*
*गंदगी अपने आप नीचे*
*बैठ जाती है....*
*साफ जल अपने-आप*
*ऊपर आ जाता है.....*
*इसलिये जो धीरज रख*
*सकता है वह.*
*अपना इच्छित सब कुछ**पा सकता है..*
*स्पीड ब्रेकर कितना भी बड़ा हो,*
*गति धीमी करने से* *झटका नहीं लगता ।*
*उसी तरह*
*मुसीबत कितनी भी बड़ी हो*
*शांति से विचार करने पर*
*जीवन में झटके नही लगते*
*जिंदगी की बैंक में जब " प्यार " का*
*" बैलेंस " कम हो जाता है तब*
*"हंसी खुशी " के चेक*
*बाउंस होने लगते है*
*इसलिए हमेशा अपनों के साथ*
*नज़दीकियां बनाए रखिए और*
*अपनो को प्यार बांटते रहे........*
*🍃अगर कोई*
*आपकों याद नही कर पाता,*
*तो आप कर लीजिये,*
*रिश्तें निभाते वक्त*
*मुकाबला नहीं किया जाता !!*
हो सके तो मुस्कुराहट बांटिये
रिश्तों में कुछ सरसराहट बांटिये !
नीरस सी हो चली है ज़िन्दगी बहुत
थोड़ी सी इसमें शरारत बांटिये !
सब यूँ ही भाग रहे हैं परछाइयों के पीछे
अब सुकून की कोई इबादत बांटिये !
ज़िन्दगी यूँ ही न बीत जाये दुख-दर्द में
बेचैनियों को कुछ तो राहत बांटिये ! 🌹
*बहुत सौदे होते हैं संसार में मगर*
*सुख बेचने वाले और*
*दुख खरीदने वाले नहीं मिलतें*
*पता नहीं क्यों लोग*
*रिश्ते छोड़ देते हैं*
*लेकिन जिद नहीं...!!*
💐 *शुभ प्रभात* 💐
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